A Secret Weapon For upay totka

महाराणा प्रताप ने शुरू की थी धूणी दर्शन की परंपरा, उदयपुर सिटी पैलेस के हैं अंदर

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।

Sir mei eight mahine se mere mayake baithe Hu.. mujhe mere sasural waale lene nahi aa rahe.. Koi upay bataaye ki mujhe mere sasural waale lene aaye.

 

नियमित तौर पर हनुमान मंदिर में जाएं और हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें.

किसी भी पक्ष की अष्टमी अथवा किसी भी शुक्रवार के दिन एक लकड़ी की चौकी या पाटे पर एक लाल वस्त्र बिछाएं। उस पर माँ काली का एक विग्रह या चित्र स्थापित करें। पाटे या चौकी के चरों कोनो पर एक एक उड़द की ढेरी बना कर उस पर एक एक लघु नारियल स्थापित करें।

दशहरा पर नवरात्रि जयंती से करें ये उपाय

* अमावस्या की रात्रि अगर आप काले कुत्ते को तेल चुपड़ी रोटी खिलाते हैं और उसी समय वह कुत्ता यह रोटी खा लेता है तो इस उपाय से आपके सभी दुश्मन उसी समय से शांत होना शुरू  हो जाएंगे। 

एक कांच के गिलास में पानी में नमक मिलाकर घर के नैऋत्य के कोने में रख दीजिये,और उस बल्ब के पीछे लाल रंग का एक बल्व लगा दीजिये,जब भी पानी सूख जाये तो उस गिलास को फ़िर से साफ़ करने के बाद नमक मिलाकर पानी भर दीजिये।

Lal Kitab mein upay totka har samasya ke totke aur upay diye hue lekin unko kab aur kaise karna hai ye bahut mahavapurna hai.  Is article mein sabhi samasya ke liye lalkitab ke sabhi upay , totka aur sabhi tarah ke totke diye gaye hai.

इसके लिए सबसे अच्छा उपाय है कि सफेद आंकडे का पौधा घर में लगाएं तथा इस पौधे की जड़ को गले में बांध लें। इस उपाय से तुंरत राहत मिलेगी।

यह मंत्र चालीस दिन लगातार पढ़ें, (सवा लाख बार) सुबह उठकर नदी के पानी में अपनी छाया को देखें। जब मंत्र संपूर्ण हो जाएँ तो सारी सामग्री (नीले कपड़े सहित) पानी में बहा दें।

तांबे के लोटे में जल भरकर उसे सिरहाने रखकर सोएं. अगले दिन सुबह उसे बाहर फेंक दें.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *